तेरी आँखों में बसी है मेरी दुनिया सारी, तुझसे ही शुरू, तुझपे ही खत्म हमारी कहानी।

तेरे बिना अधूरी सी लगती है ज़िन्दगी, हर खुशी भी मुझसे रूठी सी लगती है।

दिल में सुकून आँखों में आराम सा है, तुम्हारा इश्क़ बनारस की शाम सा है।

तेरे प्यार में इस तरह नीलाम हो जाऊँ, आख़िरी हो बोली तेरी और मैं तेरे नाम हो जाऊँ।

तेरी मुस्कान से सुधर जाती है तबीयत मेरी, बता यार इश्क़ तुमसे करूँ या दवा लूँ।

तेरे बिना ज़िन्दगी अधूरी सी लगती है, हर खुशी भी मुझसे दूरी सी लगती है।

तेरे ख्याल से खुद को छुपा के देखा है, दिल-ओ-नज़र को रुला-रुला के देखा है।