Guruvayur Temple: भगवान कृष्ण का पवित्र धाम

1. यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है, जिन्हें यहां "गुरुवायुरप्पन" के रूप में पूजा जाता है।

1. मंदिर की स्थापना 16वीं शताब्दी में हुई थी और यह दक्षिण भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है।

1. मंदिर का वास्तुकला केरल शैली में बना हुआ है, जो देखने में अद्भुत लगता है।

1. यहां की मूर्ति भगवान कृष्ण की है, जो चार भुजाओं वाली और शंख, चक्र, गदा और पद्म धारण किए हुए है।

1. गुरुवायूर मंदिर को "दक्षिण का द्वारका" भी कहा जाता है।

1. यहां का प्रसाद "पालपायसम" (दूध की खीर) प्रसिद्ध है।

1. मंदिर में हाथियों की परंपरा भी है, जो त्योहारों और उत्सवों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

1. मंदिर के पास "मम्मियूर" नामक स्थान है, जहां भगवान शिव का मंदिर है।

1. गुरुवायूर मंदिर आस्था, शांति और आध्यात्मिकता का केंद्र है, जो लाखों भक्तों को आकर्षित करता है।