मेरी कामयाबी के पीछे, पापा की वो अनकही दुआएँ हैं, जो हर मुश्किल में मेरी ताकत बनी।
पापा की वो डांट, पापा का वो प्यार, हर कदम पर मेरा मार्गदर्शन और आधार है।
पापा की वो उंगली थामे चलना, फिर से सीखा देता है जिंदगी में हर कदम पर आगे बढ़ना।
बेटी के लिए पापा का प्यार, वो मीठी धूप की छाँव जैसा है, जिसमें हर दुख सहने की ताकत है।