फिर से प्रयास करने से कभी मत घबराना,
क्योंकि इस बार सुरूवात शून्य से नहीं अनुभव से होगी।
जिंदगी में हम कितने सही और कितने गलत है,
ये सिर्फ दो ही शख़्स जानते है।
गलतियां भी होगी और गलत भी समझा जाएगा,
यह जिंदगी है जनाब यहां तारीफे भी होगी और कोसा भी जाएगा।
इंसान तो हर घर में पैदा होते हैं,
बस इंसानियत कहीं कहीं जन्म लेती है।
ख़ुद में झांकने के लिए जिगर चाहिए
वरना दूसरों की शिनाख्त में तो हर शख़्स माहिर है।